अपने होने वाले पार्टनर से पैसे के संबंध में खुलकर बात करो
आप और आपके होने वाले जीवन साथी इस बात पर चर्चा करें कि आप शादी के खर्चों को किस तरह से विभाजित करेंगे, ऐसा करने से दोनों के ऊपर अधिक बोझ नहीं आएगा।
अपनी सैलरी से बचत करना शुरू कर दें
शादी की प्लानिंग करने से पहले अपनी सैलरी से बचत करना शुरू कर दें, जिसमें एक हिस्सा अपनी शादी के खर्चों को लेकर रखें। आप एक योजना तैयार कर सकते हैं और अपने लक्ष्य के लिए बचत कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते है। या फिर कम अस्थिर फंडों को देख सकते हैं।
व्यवस्थित निवेश योजना शुरू करें
आप एक व्यवस्थित निवेश योजना (एसआईपी) शुरू कर सकता है। आप अपने वेतन से एक निश्चित अमाउंट काटने के लिए सेट कर लें। जिससे हर महीने एक तारीख को पैसा आपके अकाउंट से डिडेक्ट हो जाएगा, जिससे आपको एक मुश्त पैसा मिलने का सुकून मिलेगा।
क्रेडिट कार्ड के भरोसे मत रहें
अपने वित्तीय आदतों में बदलाव करें। बड़ा झटका लगने से पहले ही पैसे के मामलों के प्लानिंग बनाते हुए चले। क्रेडिट कार्ड के भरोसे मत रहें।
ज्वाइंट अकाउंट खुलवाएं
आप अपने होने वाले जीवन साथ के साथ एक ज्वाइंट अकाउंट खुलवा सकते हैं, जिसमें आप दोनों भागीदार होगे। इसमे आप उन पैसों को जमा कर सकते हैं, जो आप शादी के बाद होने खर्च करेंगे।
फाइनेंशियल लक्ष्य तय करें
एक साथ परिवार शुरू करने, कई तरह की फाइनेंशियल लक्ष्य होते हैं जिनको पूरा करना होता है, जिसमें सेवानिवृत्ति के लिए फंड, बच्चों के लिए शिक्षा फंड हो सकता है। अगर आपको कार लेनी है तो उसके लिए भी आपको अलग से पैसों की प्लानिंग करनी होगी। अगर लोन पर ले रहे हैं तो हर महीने जाने वाली किश्तों के बारें में प्लान करना होगा।