बड़े ब्रांड्स से शॉपिंग करना
आप वर्किंग विमेन हैं और अच्छा अर्न करती है, तो ये आपके साथ भी होता है, आप की किसी कलिग ने बड़े ब्रांड का आउटफिट खरीदा हो, तो आप भी अपने आप को हाई दिखाने के लिए दूसरे बड़े ब्रांड से और उससे महंग आउटफिट खरीद लेती हैं। लेकिन ये आपके लिए बेहतर नहीं हैं। किसी की देखादेखी पैसा खर्च करना कोई समझदारी वाला काम नहीं है। अच्छे और ब्रांडेड कपड़े खरीदना अच्छी बात है। लेकिन बिना वजह, जब आपको उस ड्रेस की जरूरत ना हो, तो ये पैसे को खराब करना माना जाएगा। अपनी इस आदत में सुधार लेकर आएं। इन पैसों को आप अपने सेविंग स्कीम में जमा कर सकती हैं, जो आने वाले वक्त के लिए जरूरी है।
इनवेस्टमेंट की सही जानकारी नहीं हैं
अगर आप भी अपने पैसे बैंक के अकाउंट में ही रहने देती है, क्योंकि आपको इनवेस्टमेंट की सही जानकारी नहीं है। तो इसके बारें में आप अपनी कंपनी की फाइनेंस टीम से बात कर सकती हैं। इसके साथ ही आजकल यूट्यूब पर भी अपने पैसों को निवेश करने से संबंधित वीडियो मिल जाएंगे, जिससे आप समझ सकती हैं कि पैसे कहां पर कैसे निवेश करने हैं। आप बैंक की विभिन्न योजनाओं में भी निवेश कर सकती हैं।इसके लिए आप बैंक अधिकारी से बात करें वो आपको सही तरह से गाइड करेगा।
क्रेडिट कार्ड पर निर्भरता
महिलाएं ये अक्सर करती हैं कि मार्केट में या फिर ऑनलाइन कुछ भी उनको अच्छा दिखता है, वो उसको तुरंत खरीदने के बारें में सोंचती है, अकाउंट में कम पैसे होने के बावजूद भी वो अपने क्रेडिट कार्ड से सामान पर्चेज कर लेती हैं। लेकिन बाद में बिलिंग के वक्त उनको परेशानी का सामना पड़ता है। आमदनी कम होने, और खर्चा ज्यादा करने होने से आपकी फाइनेंशल प्रॉबलम में इजाफा ही होगा।
इमरजेंसी के लिए मनी सेविंग ना करना
अगर आप अपनी अर्निंग से किसी भी प्रकार की इमरजेंसी के लिए पैसे सेव नहीं करती तो ये आपके लिए खतरे वाली बात है। कभी भी कहीं भी आपको इमरजेंसी जैसे स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। इसके लिए सेविंग करना काफी जरूरी है, जिससे आपको वक्त पर किसी के सामने हाथ ना फैलाना पड़े।
खर्च हुए पैसों का रिकॉर्ड ना रखना
अगर आप अपने खर्च हुए पैसों का रिकॉर्ड नहीं रखती तो ये भी आपके लिए सही नहीं है। क्योंकि आपको पता ही नहीं चल पा रहा है कि आप खर्च कहां-कहां कर रहे हैं। इससे आपको बजट बनाने भी परेशानी होगी। साथ ही आप जिन एरिया में अधिक खर्च नहीं करना चाह रहे हों, तब भी वहां पर आप ज्यादा खर्च कर देते हैं। इसलिए पैसा कहां खर्च हो रहा है, इसका एक डायरी में या फिर अपने अपने मोबाइल पर जरूर लिखें। इससे पैसों को बचत में भी हेल्प होगी।
बाहर आउटिंग करने पर भी फालतू के खर्च
जब भी आप बाहर जाती हैं, अनुमान से अधिक खर्च होता है। बाहर खाना खाने पर बिल के साथ एक्सट्रा जीएसटी व रेस्ट्रोरेंट वाले भी अपना चार्ज लेते हैं। इससे बेहतर की आप बाहर खाना खाने के लिए कम जाएं, घर के खाने को अहमियत दें जो हेल्दी होता है, साथ ही पैसों की बचत में भी आपकी मदद करता है।