प्रेग्नेंसी के दौरान कई बार महिलाओं को मिसकैरेज का सामना करना पड़ता है। मिसकैरेज न सिर्फ महिलाओं के शरीर को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि उनको मेंटली भी काफी इफेक्ट करता है। कई बार महिलाओं को अपने मिसकैरेज के सदमे से बाहर आने में कई समय लग जाता है। मिसकैरेज के बाद महिलाओं के आस-पास का माहौल उनके मेंटल हेल्थ को सही रखने में काफी मदद करता है। ऐसे समय में घर का माहौल और महिला के पार्टनर का बिहेव महिला के हेल्थ पर एक सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। किसी भी महिला के लिए मिसकैरेज उनके मेंटल हेल्थ पर नेगेटिव इंपैक्ट छोड़ता है। जिस कारण महिलाएं इस दौरान नकारात्मक भावनाओं से जूझती रहती हैं।
एक स्टडी के मुताबिक महिलाएं मिसकैरेज के बाद स्ट्रेस, डिप्रेशन और एंजाइटी जैसी समस्याओं का सामना करती हैं। जिससे निकलने में उन्हें काफी समय लग सकता है। ऐसे में अगर पार्टनर और परिवार का इमोशनल सपोर्ट ना मिले तो वो और ज्यादा तनाव में जा सकती है। मिसकैरेज के बाद जरूरी है कि महिला के परिजन उनका ज्यादा ख्याल रखें, सही तरह से उनकी देखभाल करें। तो आइए जानते हैं मिसकैरेज के बाद महिला को फिजिकली और मेंटली फिट रखने के लिए आप क्या कर सकते हैं।
मिसकैरेज से जूझ रही महिला का ध्यान रखने के टिप्स
1. खुलकर करें बात
कई बार मिसकैरेज के बाद महिलाओं के परिजन और पार्टनर उनके साथ हुई घटना पर बात करने से परहेज करते हैं। उन्हें लगता है कि मिसकैरेज की बात करके वो उन्हें दुख पहुंचाएंगे। लेकिन ऐसा नहीं है, अपने परिवार के साथ बैठकर एक बार इस मुद्दे पर बात जरूर करनी चाहिए। आप उनको आगे बढ़ने के लिए भी मोटिवेट कर सकते हैं। इसके लिए जरूरी है कि आप उनसे खुलकर बात करने की कोशिश करें।
2. अकेला न छोड़े
एक महिला के लिए मिसकैरेज जितना बुरा होता है, उसके परिवार के लिए भी ये समय उतना ही मुश्किलों से भरा होता है। ऐसे में आप कोशिश करें कि एक दूसरे के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं। भले ही उन्हे ठीक होने में थोड़ा समय लग सकता है। लेकिन अपने परिवार के साथ ज्यादा समय बिताने से महिला मेंटली फिट रह सकती है। इसलिए आप ऐसे समय में महिला को अकेला न छोड़े।
3. उनकी सेहत का रखें ख्याल
मिसकैरेज के बाद महिलाओं की रिकवरी के लिए जरूरी है कि आप उनके सेहत का खास ख्याल रखें। ऐसी महिलाओं के हाइड्रेशन, वर्कआउट, खान पान, नींद का पूरा ख्याल रखना चाहिए। मिसकैरेज के बाद महिलाएं अक्सर अपनी सेहत पर ध्यान नहीं देती हैं। ऐसे में ये आपकी जिम्मेदारी बनती है कि आप उनके खान-पान का ध्यान रखें और उन्हें सेल्फ केयर के लिए मोटिवेट करें।