खाना
सेहत का सबसे अच्छा दोस्त और सबसे बड़ा दुश्मन भी है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कब, क्या और कितना खाते हैं। अक्सर लोग गलत खान-पान से अपना वजन बढ़ा लेते हैं और फिर उसे कम करने के लिए डाइटिंग करते हैं। हालांकि, डाइटिंग के दौरान एक सबसे बड़ी समस्या होती है हंगर पैंग्स। कई बार खाना खा लेने के बाद भी हमारा शरीर तरह-तरह के फूड आइटम्स खाना चाहता है। ऐसे में खुद को रोक पाना काफी मुश्किल हो जाता है।
हो सकता है कि आपने भी इस स्थिति का कभी ना कभी सामना किया हो या फिर वर्तमान में आप इसी तरह की समस्या से जूझ रहे हैं। अमूमन यह स्थिति तब पैदा होती है, जब आप डाइट सही तरह से नहीं लेते हैं या फिर डाइटिंग के दौरान कई तरह की गड़बड़ियां करते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे आसान टिप्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपनी वेट लॉस जर्नी के दौरान हंगर पैंग्स को आसानी से कन्ट्रोल कर सकते हैं-
न्यूट्रिशन से भरी हो आपकी डाइट
वेट लॉस का अर्थ यह कतई नहीं है कि आप सिर्फ और सिर्फ अपनी कैलोरी गिराने पर जोर दें। अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको तरह-तरह की फूड क्रेविंग्स अवश्य होंगी। इसलिए, आप ऐसा आहार चुनें जो पोषक तत्वों से भरपूर हो। ये पोषक तत्व ना केवल आपकी बॉडी में मौजूद अतिरिक्त कैलोरी को बर्न करने में मदद करेंगे, बल्कि इससे आपके शरीर को पर्याप्त ऊर्जा भी मिलेगी। अक्सर भूखे रहने से या क्रैश डाइटिंग करने से शरीर भोजन के लिए तरसने लगता है। इससे आपको बार-बार तरह-तरह की फूड क्रेविंग्स हो सकती है।
नाश्ते में कुछ खास चीजों से बचें
अक्सर भारतीय घरों में लोग नाश्ते में ब्रेड और जैम खाना काफी पसंद करते हैं। लेकिन अगर आप हंगर पैंग्स को रोकना चाहते हैं तो अपनी इस आदत को बदलें। जब हम दिन की शुरुआत में मिठाई और मीठे व्यंजनों का सेवन करते हैं तो इससे ब्लड शुगर में तेजी से वृद्धि होती है। बाद में, यह इंसुलिन का कारण बनता है, घ्रेलिन हार्मोन को बढ़ने के लिए ट्रिगर कर सकता है। जिससे आपको हंगर पैंग्स की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसके बजाय आप पोहा, इडली, डोसा आदि जैसे हेल्दी ब्रेकफास्ट ऑप्शन्स के साथ दिन की शुरुआत करें।
समय भी है महत्वपूर्ण
अगर आप हंगर पैंग्स से बचना चाहते हैं तो यह आवश्यक हो जाता है कि आप अपने समय को लेकर भी थोड़ा सतर्क रहें। जो लोग सही समय पर भोजन नहीं करते हैं या फिर दो मील्स के बीच में एक लंबा गैप रखते हैं, उनके ब्लड शुगर में बहुत अधिक उतार-चढ़ाव आता है। ऐसे लोगों को ना केवल बार-बार भूख का अहसास होता है। बल्कि कुछ खास तरह के फूड आइटम्स खाने की क्रेविंग्स भी होती है।
वाटर इनटेक को बढ़ाएं
कई बार हंगर पैंग्स की एक वजह आपका वाटर इनटेक भी होता है। मसलन, वास्तव में आपके शरीर को प्यास लगी होती है, लेकिन आप शरीर द्वारा दिए जाने वाले उन संकेतों को भूख के संकेत समझ लेते हैं और खाने की तरफ दौड़ पड़ते हैं। अधिकतर मामलों में ऐसा ही होता है। इसलिए, दिन भर नियमित अंतराल पर पानी पीते रहने से हंगर पैंग्स को रोकने में मदद मिल सकती है। हालांकि, यह ध्यान रखें कि आप एकदम से बहुत ज्यादा पानी पीना भी शुरू ना करें। यह भी सेहत के लिए उचित नहीं है। आप दो से तीन लीटर पानी प्रतिदिन पी सकते हैं।
डाइट में प्रोटीन और फाइबर बढ़ाएं
एक बात हमेशा याद रखें कि वेट लॉस के लिए बहुत कम खाना या भूखे रहना समाधान नहीं है। बल्कि जरूरी यह है कि आप सही भोजन करें और उसके पोर्शन साइज पर भी ध्यान दें। मसलन, अगर आप खुद को एनर्जेटिक बनाए रखना चाहते हैं। साथ ही, इफेक्टिव तरीके से वेट लॉस करना चाहते हैं तो ऐसे में आप अपनी डाइट में प्रोटीन और फाइबर की मात्रा को बढ़ा दें। ये आपको लंबे समय तक फुलर रखते हैं और अतिरिक्त भूख को भी शांत रखते हैं। हालांकि, इस दौरान यह भी ध्यान रखें कि आप सारा प्रोटीन अपनी एक ही डाइट में शामिल ना करें। ऐसा करने से शरीर उस प्रोटीन को पचा नहीं पाता है और फिर वह प्रोटीन भी फैट में बदल जाता है। इसलिए अपनी दिनभर की प्रोटीन की जरूरत को आप अपने तीन मेन मील्स में बराबर भागों में बांटकर लें। इससे आपको पूरा दिन हंगर पैंग्स की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।